ऑटो सेक्टर को टैरिफ से अस्थायी राहत देने पर विचार कर रहे ट्रंप

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि वह ऑटो सेक्टर को पारस्परिक टैरिफ से अस्थायी रूप से छूट दे सकते हैं, ताकि कार निर्माताओं को अपनी आपूर्ति श्रृंखला को समायोजित करने का समय मिल सके।

ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि मैं आटो निर्माता कंपनियों की मदद करने के लिए कुछ सोच रहा हूं। उनको मेक्सिको और अन्य स्थानों से उत्पादन स्थानांतरित करने के लिए समय चाहिए। वे अमेरिका में उत्पादन करने जा रहे हैं, लेकिन उन्हें थोड़ा समय चाहिए।

इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों पर टैरिफ से नहीं मिलेगी राहत
इस बीच, स्मार्टफोन और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रानिक उत्पादों को पारस्परिक टैरिफ के दायरे से बाहर करने के बाद ट्रंप ने कहा है कि व्यापार के मामले में कोई भी देश शुल्क से बच नहीं पाएगा। टैरिफ में कोई अपवाद नहीं है। चीन से आने वाले स्मार्टफोन, लैपटाप और अन्य इलेक्ट्रानिक उत्पाद अब भी 20 प्रतिशत शुल्क के अधीन हैं और इन वस्तुओं को एक अलग श्रेणी में ले जाया जा रहा है। हम अन्य देशों, विशेषकर चीन जैसे शत्रुतापूर्ण व्यापारिक राष्ट्रों के बंधक नहीं बनेंगे।

बाद में एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि वह अगले सप्ताह सेमीकंडक्टर पर नए टैरिफ की घोषणा करेंगे। ये टैरिफ बहुत जल्द लागू हो जाएंगे। दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने प्रशासन को दक्षिण कोरिया, जापान और भारत के साथ तत्काल टैरिफ वार्ता करने का निर्देश दिया है।

टैरिफ युद्ध पर शी चिनफिंग की चेतावनी
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा है कि टैरिफ वार में कोई विजेता नहीं होता है। वियतनाम यात्रा के मौके पर मीडिया में प्रकाशित संपादकीय में चिनफिंग ने लिखा- अमेरिका और चीन दोनों को बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली, स्थिर वैश्विक औद्योगिक और आपूर्ति श्रृंखलाओं और सहकारी अंतरराष्ट्रीय वातावरण की दृढ़ता से रक्षा करनी चाहिए। चीन अपने पड़ोस की कूटनीति में निरंतरता तथा स्थिरता सुनिश्चित करेगा और संयुक्त रूप से एशिया के आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाएगा। चीन अपने पड़ोसी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण सहयोग को गहरा करेगा। हम मैत्री, ईमानदारी, पारस्परिक लाभ और समावेशिता के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे।

चीन ने निर्यात बढ़ा अमेरिकी टैरिफ से बचने के लिए
चीन ने कहा है कि उसके निर्यात में मार्च महीने में एक वर्ष पूर्व की तुलना में 12.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, क्योंकि कंपनियां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए जाने वाले टैरिफ में वृद्धि से बचने के लिए प्रयासरत थीं। वहीं इसी अवधि में आयात में 4.3 प्रतिशत की गिरावट आई। निर्यात में सबसे अधिक 17 प्रतिशत वृद्धि चीन के दक्षिण-पूर्व एशियाई पड़ोसियों को हुई। अफ्रीका को निर्यात में 11 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई।

विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से निर्यात 2025 के पहले तीन महीनों (जनवरी-मार्च) में सालाना आधार पर 5.8 प्रतिशत बढ़ा, जबकि आयात में सात प्रतिशत की गिरावट आई। चीन का अमेरिका के साथ व्यापार सरप्लस मार्च में 27.6 अरब डॉलर रहा, जबकि इसके निर्यात में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वर्ष की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में अमेरिका के साथ चीन का व्यापार सरप्लस 76.6 अरब डॉलर रहा।

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