कुंभ नगरी प्रयागराज में लगने वाले आस्था के महाकुंभ मेले के गवाह बन रहे है तो आप सेक्टर बीस में बने निरंजनी अखाड़े में साढ़े आठ फीट के रुद्राक्ष से बने शिव लिंग के दर्शन भी कर सकते है । ऐसा माना जाता जाता है की जो व्यक्ति महाकाल के दर्शन करता है वह पाप मुक्त हो जाता है अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के मुताबिक हम सब जितने भी साधु संत और महात्मा है हम सब महाकाल के उपासक हैं भगवान का ही एक रूप महाकाल का रूप है सभी संत महात्मा महाकाल की पूजा करते हैं । उन्होंने ये भी कहा की अखाड़ा परिसर में 8:30 फुट का रुद्राक्ष का शिवलिंग बनाया गया है और सुबह शाम इसकी हम लोग पूजा अर्चना जल अभिषेक करते हैं संतों का काम है भगवान को रिझाना. भगवान को हम लोग कैसे अपना बनाएं उसको लेकर हम लोग भगवान की पूजा अर्चना करते हैं ।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने ये भी कहा कि जब हम साधु संत भगवान शिव की पूजा अर्चना करेंगे तभी भगवान हमारी भी मनोकामना को पूर्ण करेंगे.