भोपाल: मानसरोवर कॉम्प्लेक्स व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल चुग ने बताया, अलार्म बजते ही दुकानदार भागे और फायर सिस्टम से आग को काबू में किया। इससे बड़ा हादसा होने से टल गया। मौके पर फायर बिग्रेड की गाड़ियां भी पहुंच गई थी।
भोपाल के आरकेएमपी रेलवे स्टेशन के पास स्थित मान सरोवर कॉम्पलेक्स के एक बंद इंटीरियर डिजाइन के ऑफिस में गुरुवार यानी आज सुबह आग लग गई। दुकान के अंदर धुआं उठते देख आसपास के दुकानदार पहुंचे और फायर सिस्टम की मदद से आग पर काबू पाया। इधर, देर रात करोंद इलाके में फर्नीचर की 8 दुकानों में भीषण आग लगी। जिससे लाखों रुपए का फर्नीचर जलकर राख हो गया। 3 घंटे में आग पर काबू पाया जा सका।
बता दें कि रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से कुछ दूर ही मानसरोवर कॉम्पलेक्स है। यही पर आग लगी। मानसरोवर कॉम्प्लेक्स व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल चुग ने बताया, अलार्म बजते ही दुकानदार भागे और फायर सिस्टम से आग को काबू में किया। इससे बड़ा हादसा होने से टल गया। मौके पर फायर बिग्रेड की गाड़ियां भी पहुंची। कॉम्पलेक्स में आग लगने की घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। पहले भी यहां आगजनी की घटनाएं हो चुकी हैं और खासा नुकसान हुआ था। ऐसे में आग को बुझाने के लिए आसपास के दुकानदार दौड़ पड़े। इससे फैलने से पहले ही आग काबू में आ गई।
सड़क किनारे फर्नीचर दुकानों में भीषण आग, आधी बचा ली
उधर बुधवार-गुरुवार रात करीब 2 बजे करोंद स्थित नबी बाग इलाके में सड़क किनारे की फर्नीचर दुकानों में आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि एक के बाद एक 8 दुकानों को आग ने चपेट में ले लिया। यहां पर करीब 17 दुकानें थी। ऐसे में आधी दुकानें बचा ली गई, लेकिन जिन दुकानों में आग लगी, वहां रखा लाखों रुपए का फर्नीचर जलकर राख हो गया। निशातपुरा थाने के प्रधान आरक्षक राहुल सिकरवार ने बताया, दुकानें सड़क किनारे टीन शेड में बनी है।
आग लगने की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे। आसपास के इलाकों से दमकलें भी पहुंच गई। करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। तब तक 8 दुकानें जल चुकी थी। यदि समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था, क्योंकि दुकानों के पीछे ही गेहूं का खेत भी है।