
शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के स्नातक में दाखिले की दौड़ खत्म हो गई है। दाखिले के लिए ऑन द स्पॉट मॉपअप राउंड (फिजिकल मोड) के बाद भी साढ़े सात हजार से ज्यादा सीटे खाली रह गई। मॉपअप राउंड-1 के बाद बची खाली सीटों को भरने के लिए डीयू ने दोबारा से सीट भरने का मौका दिया था।
स्नातक में दाखिले के लिए अलग-अलग कॉलेजों में 9194 सीटें खाली थी। इसमें सामान्य श्रेणी में 1439, ओबीसी श्रेणी में 2136, एससी श्रेणी में 1092, एसटी श्रेणी में 1528, ईडब्ल्यूएस में 1248, दिव्यांग श्रेणी में 1263, सिख में 246 और क्रिश्चियन में 242 सीटें थी। इन खाली सीटों को भरने का मुद्दा बीते दिनों ईसी की बैठक सामने आया था। उसके बाद डीयू प्रशासन ने दोबारा से ऑन द स्पॉट मॉपअप राउंड के तहत सीटों को भरने का निर्णय लिया।
उम्मीदवारों को दोबारा से दाखिले का मौका देने पर डीयू को 12210 पंजीकरण मिले थे। इसके लिए दाखिला की प्रक्रिया 23 सितंबर से शुरू हुई थी और 29 सितंबर रात को संपन्न हो गई। डीयू दाखिला डीन प्रो. हनीत गांधी ने बताया कि ऑन द स्पॉट मॉपअप राउंड के तहत करीब 1600 सीटों पर दाखिले हुए। सीटे ज्यादातर लैंग्वेज कोर्सेज में खाली पड़ी है। खाली सीटों को लेकर समीक्षा की जाएगी। आंकड़ों का विश्लेषण करेंगे। इस बार कुल 72 हजार दाखिले हुए। पिछले वर्ष भी इतनी संख्या में दाखिले हुए थे। अब यूजी के लिए दाखिला प्रक्रिया पूरी तरह से खत्म हो गई है।
एनसीवेब में दाखिला प्रक्रिया जारी
डीयू के नॉन कॉलेजिएट वीमेंस एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब) के केंद्रों में बीए और बीकॉम प्रोग्राम में दाखिले को लेकर प्रक्रिया जारी है। पंजीकरण करने वाले उम्मीदवारों को दोबारा से दाखिले का मौका दिया गया है। उम्मीदवार दो अक्तूबर तक केंद्र में दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं। केंद्र तीन अक्तूबर तक दाखिले संबंधी औपचारिकता को पूरा करेंगे। जबकि फीस भुगतान की आखिरी तारीख चार अक्तूबर है। यह दाखिला लेने का आखिरी का मौका है।



